दिनांक 7 दिसम्बर को संसद में आये गृह राज्य मंत्री जीतेन्दर सिंह के ब्यान को अभी 2 हफ्ते भी नही बीते जिसमे उन्होंने भरी संसद में Committee for Release of Political Prisoners (CRPP) संस्था जिसका अध्यक्ष संसद हमले में अभियुक्त रह चूका एस ऐ आर गिलानी है को नक्सलवादियो का संचालित सन्गठन बताया और उसे देश की सुरक्षा के लिए खतरा बताया था की ये संस्था मात्र संसद से लगभग 2 कम की दूरी पर इंडियन इंटरनेशनल सेंटर पर 20 दिसम्बर को अपना अगला कार्यक्रम करने जा रही है. इस से पता चलता है की सरकार देश की सुरक्षा के लिए कितनी गम्भीर है. कार्यक्रम के नाममात्र "दास्ताने राजद्रोह" से ही पता चलता है की कार्यक्रम का स्वरूप क्या होने वाला है.और अभी दिल्ली पुलिस की ही रिपोर्ट को अगर देखा जाए जो १६ दिसम्बर की टाइम्स ऑफ़ इंडिया की इ-पेपर में आई है उसमे साफ़-साफ़ दिल्ली पुलिस आरोप लगाती है की ये संस्था झारखंड और छत्तीसगढ़ से भागे हुए मायोवादियो को दिल्ली के शकरपुर और पंजाबी बाग में रुक्वाती है और पुलिस द्वारा घायल लोगो को वहां चिकित्सा उपलब्ध कराती है.और अगर कार्यक्रम के विवरण में जाए तो पता चलेगा की ये कार्यक्रम संसद पर हमला करने वाले अफज़ल गुरु की फांसी को किस प्रकार गलत ठहराया जाए विशेष रूप से इसलिए डिजाईन किया गया है. हम सरकार से और प्रशाशन से तुरंत इस कार्यक्रम को रद्द करने की मांग करते है,अन्यथा भगत सिंह क्रांति सेना के कार्यकर्ता इस कार्यक्रम का विरोध करेंगे और इसे रोकने के लिए आगे आयेंगे.
तजिंदर पाल सिंह बग्गा
अध्यक्ष
तजिंदर पाल सिंह बग्गा
अध्यक्ष
No comments:
Post a Comment